प्रेम बताए कौन
मुक्तक 1 शब्द जिसे हों बाँधते, प्रेम बताए कौन यह अनुभव उस मीत का, जो सुन लेता मौन चुप-चुप राधा जी रही, बिछुड़न है जो मेल कण-कण उसकी गन्ध है, क्या पानी क्या पौन? * पौन * : पवन (13/7/19) 2. भाव-भाव में हूँ बसा, कण-कण मुझ में ही छुपा प्रेम सिंधु बेशक रहा, पर प्रीत पाश में बँधा राधा तेरे प्रेम से, है न अछूता कुछ यहाँ यह चर-अचर ब्रह्मांड क्या, औ ज्ञान क्या विज्ञान क्या ©सतविन्द्र कुमार राणा (25/7/19)