कच्चा धागा
कच्चा धागा प्रेम का, सोहे हमें अपार
बन्धन यह रक्षार्थ है, बहन-भ्रात का प्यार
बहन-भ्रात का प्यार, गूढ़ करता ये जाए
बँधे सहित संकल्प, सुरक्षा भाव जगाए
सतविन्दर कविराय, पर्व पर खुश हर बच्चा
बाँधे उसके हाथ, बहन जब धागा कच्चा
©सतविन्द्र कुमार राणा
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